इंट्रा-डे ट्रेडिंग टिप्स हिंदी में Intraday Trading Tips in Hindi
इंट्रा-डे ट्रेडिंग करने से पहले इंट्रा-डे ट्रेडिंग क्या है, यह कैसे काम करता है, इत्यादि के बारे में जानकारी लेना बहुत ही महत्वपूर्ण है और अगर आप एक बिगनर ट्रेडर हैं तब तो आपको डेफिनेटली ट्रेडिंग करने से पहले ट्रेडिंग के बारे में जानने की जरूरत है। और हम आज की इस पोस्ट में इंट्रा-डे ट्रेडिंग करने के लिए 10 ऐसे टिप्स के बारे में जानेंगे जिसका उपयोग अधिकत्तर ट्रेडर करते हैं और इंट्रा-डे ट्रेडिंग से प्रोफिट बुक करते हैं। देखिए जिस प्रकार आप बिना तैयारी किए एग्जाम देने जाएंगे तो फेल होना निश्चित है ठीक उसी प्रकार बिना किसी रणनीति के अगर आप ट्रेड करने जाते हैं तो आपका नुकसान होना पक्का है। इसलिए टोप Top 10 Intraday Trading Tips जानें बिना ट्रेड करना आपके लिए हानिकारक हो सकता है।
नोट:- ट्रेडिंग करते समय हमारी भावनाएं भी स्टाॅक मार्केट की तरह उपर नीचे उतर नीचे करती रहती है इसलिए अपने द्वारा बनाए गए रणनीति के अनुसार ही ट्रेड करें और कृपया भावुक होकर ट्रेड ना लें
👉चलिए अब जानते हैं इंट्रा-डे ट्रेडिंग से पैसे कमाने के दस तरीके के बारे में
1. प्रॉफिटेबल इंट्राडे ट्रेडिंग स्ट्रेटजी का उपयोग करें:- मैंने हमेशा से ही ये कहते आया है कि हमेशा अपने द्वारा बनाए गए रणनीति पर ही ट्रेड करें क्योंकि बिना रणनीति बनाए आप लम्बे समय तक इंट्रा-डे ट्रेडिंग से प्रोफिट बुक नहीं कर सकते। इसलिए एक ऐसी रणनीति बनाएं जो आपके लिए एक प्रॉफिटेबल रणनीति साबित हो
एक प्रॉफिटेबल रणनीति बनाने में आपको समय लग सकता है लेकिन वो कहते है ना दुर्घटना से देर भली इसलिए थोड़े टाइम बाद ही ट्रेडिंग स्टार्ट करें लेकिन एक सही रणनीति के साथ ट्रेड करें ताकि आप आगे चलकर एक प्रॉफिटेबल ट्रेडर बन सको मैं बार-बार एक सही स्ट्रेटजी के साथ ट्रेड करने के लिए इसलिए कह रहा हूं क्योंकि स्टाॅक मार्केट कि दुनिया में बहुत से ऐसे लोग हैं जो केवल सही स्ट्रेटजी ना अपनाने के कारण लाखों रूपए का नुक़सान करके बैठे हैं।
2. Nifty50 stocks:- दरसल Nifty50 के स्टाॅक्स काफी हद तक बाकी स्टाॅक्स से सही होते हैं ऐसा इसलिए क्योंकि other स्टाॅक्स में कई बार शेयर के प्राइज अचानक से उपर तो कई बार अचानक से नीचे चला जाता है मतलब उसका कोई सिक्वेंस नहीं होता कब उपर जाएगा कब नीचे जाएगा कोई सिक्वेंस नहीं लेकिन other स्टाॅक्स के मामले में Nifty50 में स्थिरता काफी अधिक दिखाई पड़ता है मतलब अगर कुल मिलाकर कहें तो Nifty50 के स्टाॅक्स काफी अच्छे होते हैं प्रोफिट कमाने के नजरीए से, वरना यूं ही किसी भी स्टाॅक को Nifty50 में नहीं रखा जाता
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3 .इंट्राडे में स्टॉक का एंट्री और एग्जिट प्राइस पहले ही डिफाइन कर लें:- अपने टारगेट को पूरा करने के लिए ये तरीका बहुत ही अच्छा है, ट्रेड करने से पहले आप ये तय कर लीजिए कि मुझे किस प्राइस पर मार्केट में इंट्री मारनी है और किस प्राइस पर पर मार्केट से इग्जिट मारनी है।
जब आप पहले से ही एंट्री और एग्जिट प्राइस डिफाइन नहीं करते हैं तो आप मार्केट के स्पीड से ही ट्रेड करते हैं और आप मार्केट के अनुसार ही इंट्री और इग्जिट करते हैं जिस कारण आपका नुकसान हो जाता है। और फिर बाद में बोलते हैं ये ट्रेडिंग कि दुनिया मेरे लिए है ही नहीं। और मान लीजिए कभी कभी आपको इससे प्रोफिट हो भी जाता है तो आपको क्या लगता है आप इसी प्रोसेस को दोबारा दोहराकर प्रोफिट कर पाएंगे नहीं इसलिए बिना किसी स्ट्रेटजी और बिना एंट्री और एग्जिट प्राइस डिफाइन किए ट्रेड ना करें
इससे आपके दो फायदे होंगे पहला ये कि आप अपने नियम अनुसार अपने दम पर प्रोफिट बुक करेंगे जिससे आपको एक अलग ही प्रकार की खुशी मिलेगी और दुसरा आप लम्बे समय तक इंट्रा-डे ट्रेडिंग से प्रोफिट बुक कर पाएंगे।
4. इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय अपना माइंडसेट क्लियर रखें:- जिस प्रकार एक व्यापारी अपने व्यापार की इज्जत करता है अपने व्यापार के प्रति डिसिप्लिन रहता है ठीक उसी प्रकार आप भी स्टाॅक मार्केट के प्रति डिसिप्लिन रहें उसकी इज्जत करें क्योंकि स्टाॅक मार्केट भी एक बिजनेस है। इसलिए जब भी आप ट्रेड करने बैठे तो अपने मांइडसेट क्लियर रखें अपने दिमाग को शांत रखें और एक posetive thinking के साथ ट्रेड करें और जब तक आपका ट्रेडिंग टाइम समाप्त नहीं हो जाता तब तक अपने दिमाग को केवल स्टाॅक मार्केट की ओर आकर्षित रखें
क्योंकि आप long term trading नहीं कर रहे हैं कि आज ट्रेड लिया और हप्ते महीनों तक बेफिक्र रहने लगे आप इंट्रा-डे ट्रेडिंग कर रहे हैं इसमें अपने आंख को ट्रेड लेने से लेकर बेचने तक स्क्रीन पर टिका कर रखना पड़ता है।
5. लॉस रिकवर करने की कोशिश मत करें:- अगर आप बिना किसी स्ट्रेटजी के बिना किसी नियम के ट्रेड करेंगे तो लॉस होना तो तय है। भगवान ना करे आपका कभी लॉस हो लेकिन बाइचांस अगर लॉस हो जाता है तो उसे रिकवर करने की कोशिश ना करें क्योंकि उससे आप और भी नुकसान में जा सकतें हैं।
क्योंकि आप सोचते हैं कि बस कुछ समय में इसका प्राइस बढ़ेगा और जैसे ही बढ़ेगा मैं इसे सेल कर दुंगा लेकिन ऐसा नहीं होता है और आप और भी भारी भरकम में नुकसान कर बैठते हैं। फिर आप सोचते हैं जैसे ही इस शेयर का प्राइस मेरे buying price पर आयेगा इसे सेल कर दुंगा मुझे आज प्रोफिट बुक नहीं करनी बस जीतना लगाया है उतना आ जाए, और आप इसके चक्कर में और भारी भरकम नुकसान उठा लेते हैं।
और ऐसा होता है केवल आपके लालच के कारण, सही रणनीति ना अपनाने के कारण और स्टाॅप लॉस ना लगाने के कारण.
6. इंट्रा डे में ओवर ट्रेड करने से बचें:- बहुत से लोग इस गलती को करते हैं वो बार-बार ट्रेड करते हैं ताकि ज्यादा लाभ हो लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे ब्रोकरेज चार्ज काफी ज्यादा लग जाते हैं। कुछ ही ट्रेड लें, लेकिन बड़ा ट्रेड ले जो ज्यादा प्रोफिट दे एक बात हमेशा याद रखियेगा एक सफल ट्रेडर कभी भी बार बार ट्रेड नहीं करता बल्कि वह दिन में केवल कुछ ही ट्रेड लेता है और वह प्रॉफिटेबल होती हैं।
7. इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पहले अपना प्रॉफिट और लॉस पहले ही तय कर ले:- जैसा कि मैंने उपर आपको बताया था कि अपना टारगेट पहले से ही निर्धारित कर ले ताकि आपको ट्रेड करने में आसानी हो, और अभी भी वही बता रहा हूं कि आप ये पहले से ही तय कर लें कि आज किस रेसियो में प्रॉफिट और लॉस बुक करना है इससे आपको एक छोटा सा ही सही लेकिन एक लक्ष्य मिल जाएगा कि मुझे इतना तक प्रोफिट कमाना है और इतना तक लौस करवाना है।
ये भी पढ़ें:- what is intraday trading full information in Hindi ?
जब आप पहले से ही एंट्री और एग्जिट प्राइस डिफाइन नहीं करते हैं तो आप मार्केट के स्पीड से ही ट्रेड करते हैं और आप मार्केट के अनुसार ही इंट्री और इग्जिट करते हैं जिस कारण आपका नुकसान हो जाता है। और फिर बाद में बोलते हैं ये ट्रेडिंग कि दुनिया मेरे लिए है ही नहीं। और मान लीजिए कभी कभी आपको इससे प्रोफिट हो भी जाता है तो आपको क्या लगता है आप इसी प्रोसेस को दोबारा दोहराकर प्रोफिट कर पाएंगे नहीं इसलिए बिना किसी स्ट्रेटजी और बिना एंट्री और एग्जिट प्राइस डिफाइन किए ट्रेड ना करें
इससे आपके दो फायदे होंगे पहला ये कि आप अपने नियम अनुसार अपने दम पर प्रोफिट बुक करेंगे जिससे आपको एक अलग ही प्रकार की खुशी मिलेगी और दुसरा आप लम्बे समय तक इंट्रा-डे ट्रेडिंग से प्रोफिट बुक कर पाएंगे।
4. इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय अपना माइंडसेट क्लियर रखें:- जिस प्रकार एक व्यापारी अपने व्यापार की इज्जत करता है अपने व्यापार के प्रति डिसिप्लिन रहता है ठीक उसी प्रकार आप भी स्टाॅक मार्केट के प्रति डिसिप्लिन रहें उसकी इज्जत करें क्योंकि स्टाॅक मार्केट भी एक बिजनेस है। इसलिए जब भी आप ट्रेड करने बैठे तो अपने मांइडसेट क्लियर रखें अपने दिमाग को शांत रखें और एक posetive thinking के साथ ट्रेड करें और जब तक आपका ट्रेडिंग टाइम समाप्त नहीं हो जाता तब तक अपने दिमाग को केवल स्टाॅक मार्केट की ओर आकर्षित रखें
क्योंकि आप long term trading नहीं कर रहे हैं कि आज ट्रेड लिया और हप्ते महीनों तक बेफिक्र रहने लगे आप इंट्रा-डे ट्रेडिंग कर रहे हैं इसमें अपने आंख को ट्रेड लेने से लेकर बेचने तक स्क्रीन पर टिका कर रखना पड़ता है।
इंट्रा-डे ट्रेडिंग से पैसे कमाने के दस तरीक 10 ways to make money from intraday trading
top 10 intraday trading tips |
क्योंकि आप सोचते हैं कि बस कुछ समय में इसका प्राइस बढ़ेगा और जैसे ही बढ़ेगा मैं इसे सेल कर दुंगा लेकिन ऐसा नहीं होता है और आप और भी भारी भरकम में नुकसान कर बैठते हैं। फिर आप सोचते हैं जैसे ही इस शेयर का प्राइस मेरे buying price पर आयेगा इसे सेल कर दुंगा मुझे आज प्रोफिट बुक नहीं करनी बस जीतना लगाया है उतना आ जाए, और आप इसके चक्कर में और भारी भरकम नुकसान उठा लेते हैं।
और ऐसा होता है केवल आपके लालच के कारण, सही रणनीति ना अपनाने के कारण और स्टाॅप लॉस ना लगाने के कारण.
6. इंट्रा डे में ओवर ट्रेड करने से बचें:- बहुत से लोग इस गलती को करते हैं वो बार-बार ट्रेड करते हैं ताकि ज्यादा लाभ हो लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे ब्रोकरेज चार्ज काफी ज्यादा लग जाते हैं। कुछ ही ट्रेड लें, लेकिन बड़ा ट्रेड ले जो ज्यादा प्रोफिट दे एक बात हमेशा याद रखियेगा एक सफल ट्रेडर कभी भी बार बार ट्रेड नहीं करता बल्कि वह दिन में केवल कुछ ही ट्रेड लेता है और वह प्रॉफिटेबल होती हैं।
7. इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पहले अपना प्रॉफिट और लॉस पहले ही तय कर ले:- जैसा कि मैंने उपर आपको बताया था कि अपना टारगेट पहले से ही निर्धारित कर ले ताकि आपको ट्रेड करने में आसानी हो, और अभी भी वही बता रहा हूं कि आप ये पहले से ही तय कर लें कि आज किस रेसियो में प्रॉफिट और लॉस बुक करना है इससे आपको एक छोटा सा ही सही लेकिन एक लक्ष्य मिल जाएगा कि मुझे इतना तक प्रोफिट कमाना है और इतना तक लौस करवाना है।
ये भी पढ़ें:- what is intraday trading full information in Hindi ?
अब देखिए ये बिल्कुल भी मत सोचिए गा कि हमें कभी लौस में नहीं जाना है। जिस प्रकार दुख और सुख दोनों साथ-साथ चलते हैं ठीक उसी प्रकार स्टाॅक मार्केट में प्रोफिट और लौस दोनों साथ-साथ ही चलते हैं इसलिए जब भी कभी लौस हो जाए तो घबराइएगा मत
8. टेक्निकल एनालिसिस के द्वारा इंट्राडे में ट्रेडिंग करें:- केवल इंट्रा-डे के लिए ही नहीं बल्कि हर ट्रेड के लिए टेक्निकल एनालिसिस जरूरी है क्योंकि इसकी मदद से आप काफी हद तक ये जान पाते हैं कि आज मार्केट का स्टेटस क्या रहने वाला है। और जब आप टेक्निकल एनालिसिस करके कोई ट्रेड लेते हैं तो आपको एक दिशा मिल जाती है एक स्टोपेज मिल जाता है कि हमें किस रास्ते में किस समय तक और कहां तक ट्रेड करना है।
9. Stop loss order:- ये एक बहुत ही महत्वपूर्ण सेंटिंग है जो आपको ट्रेड करते समय अवश्य ही उपयोग करनी चाहिए इससे आपको एक तो अपने द्वारा सेट किए गए राशि तक ही नुकसान होगा और दुसरा अगर आपको ट्रेड करते समय कोई छोटा मोटा काम आ गया तो आप बेफिक्र अपने स्क्रीन से हटकर उस काम को कर सकते हैं। और आपके अकाउंट बैलेंस पर ज्यादा प्रभाव नहीं डालता।
ये भी पढ़ें:- What is Stop loss? स्टॉप लॉस क्या है?
तो ये थी कुछ इंट्रा-डे ट्रेडिंग टिप्स जिसकी मदद से आप अपने इंट्रा-डे ट्रेडिंग की जर्नी को आसान बना सकते हैं। जाते जाते यही कहुंगा स्टाॅक मार्केट एक पैसों का समुद्र है। इसलिए पुरे समुद्र को उठा कर घर लाने की कोशिश ना करें बाल्टी दर बाल्टी ही समुद्र से पानी निकालें और घर लाएं best of luck 🤞.
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